suno saheb

अपना खून पसीना एक कर मेहनत से एक-एक रुपया कमाते हैं साहेब , उसके बाद आपको कभी यातायात शुल्क तो कभी शिक्षा शुल्क तो कभी जीवन बीमा और पता नहीं कौन -कौन से शुल्क हम गरीब देते हैं ,तो वो टैक्स रूपी आपकी कमाई जो हम आपको अपना पेट चीर कर देते हैं ,वो इसलिए नहीं देते है कि आप लोकतंत्र रूपी मन्दिर मे आधुनिक राजनैतिक पुजारी बन सब कुछ बर्बाद करते रहो !!
80 करोड़ आपके अप्पा की कमाई हुई जागिर नहीं है जो आप उसे पानी की तरह बहा रहे हो साहेब ??? 
अगर आपका पक्ष-विपक्ष और आरोप -प्रत्यारोप का खेल खत्म हो गया हो तो कुछ अब हम मासूम जनता के बारे मे भी सोच लीजिए साहेब ।
.
.
‪#‎kasrade‬-ji.

Comments

Popular posts from this blog

बस एक तुम्हारी जीत के ख़ातिर हम अपनों से हार चले हैं...

दो दोस्त बिछड़ने के बाद...