"आतंक के गढ मे लोकतंत्र का सम्मेलन"।


अगले महीने होने वाले कामॅनवेल्थ संसदीय सम्मेलन की मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है, इसके लीये उसने भारत के सभी विधानसभा अध्यक्षों को न्योता दिया लेकिन कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष को न्योता न देकर साफ तौर से जाहिर कर दिया कि उसकी नापाक नजर अब भी कश्मीर पर ही टीकी है,लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कडे तौर पर यह कह दिया है की अगर कश्मीर को आमंत्रित न किया गया तो इस सम्मेलन का स्थान किसी अन्य देश मे होना चाहिये जो कि बिल्कुल सही निर्णय है।
आतंकवाद का गढ कहे जाने वाले पाकिस्तान मे लोकतंत्र का सम्मेलन क्या सुचारू रूप से सफल हो पायेगा? या इस पर भी आतंकी गाज गिरेगी। इस सम्मेलन मे भाग लेने वाले विदेशी मेहमान अभी से चिन्तित नजर आ रहे है ।अब देखना यह है कि क्या पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतो से एक बार फिर अपने आप को आतंकवाद की नर्सरी घोषित करता है या अपना योगदान इसे खत्म करने मे देता है।।।
पंकज कसरादे

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