जरा गौर से सुनो!!!
सुनो!
आहट तो सुनो जरा,
कोई दस्तक दे रहा है
मेरे!!!
मेरे इस सुने घर में
कोई खलल डाल रहा है
मेरी आंतरिकता मे स्थित
मेरे मस्तिष्क की गहराईयों में
!
!
!
जरा गौर से सुनो!!!
किसी की दबिश सुनाई दे रही हैं तुम्हें !
अपने हृदय के नयन पटलो को खोलो
और
अपने चक्षु को केन्द्रित करो
तुम देखोगी किसी की दस्तक को
महसुस करोगें उस आहट को
जो
जो मुझे तुमसे दुर किये जाने के लिये आयी थी।
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